भोपाल
जनआक्रोश यात्रा के जरिए एक बार फिर से कांग्रेस के दावेदारों की परीक्षा होने वाली है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में विधानसभा की कई सीटों पर सिंगल और कई सीटों डबल नामों का पैनल तैयार किया था। इसको अब तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
दरअसल भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा के बाद से कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला इस यात्रा का तोड़ तलाश रहे थे, इसके चलते ही कांग्रेस ने इन दावेदारों के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगाई थी। कांग्रेस के इस यात्रा की मॉनिटरिंग सीधे रणदीप सिंह सुरेलवाला ही कर रहे हैं। कांग्रेस ने सभी दावेदारों तक यह संदेश पहुंचा दिया है कि जनआक्रोश यात्रा में पूरी ताकत के साथ शामिल होना है। यह यात्रा प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों से निकाली जाना है।
इसकी शुरूआत मंगलवार से होगी। इस यात्रा के पहले दिन से ही दावेदारों की भूमिका का भी आंकलन शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत यह भी देखा जाएगा कि इस क्षेत्र में दावेदार कितनी भीड़ जुटा रहे हैं। साथ ही वे इस यात्रा में कितना सहयोग कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रभारी सुरजेवाला ने दिए संकेत
सुरजेवाला ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में इस बात के संकेत दिए हैं कि इस यात्रा में दावेदारों को मजबूत के साथ आना होगा, तब भी कांग्रेस की यह यात्रा भाजपा की जनआशीर्वाद पर भारी दिखाई देगी। जो दावेदार अपनी ताकत दिखाएंगे उन्हें नजर अंदाज पार्टी और पार्टी के नेता नहीं कर पाएंगे। सुरजेवाला के इस संकेत से यह माना जा रहा है कि इस यात्रा के जरिए भी टिकट मिलने का रास्ता आसान हो सकता है।
गुटबाजी भी दूर करने का होगा प्रयास
यात्रा के जरिए विधानसभा क्षेत्रों में भी गुटबाजी ना दिखाई दे इसलिए ही पार्टी ने अलग-अलग नेताओं को इस यात्रा की जिम्मेदारी दी है। जो नेता जिस यात्रा का प्रभारी होगा, उस नेता का दावेदार समर्थक हो या नहीं हो, लेकिन भीड़ हर हाल में जुटाना ही होगी। बताया जाता है कि यात्रा में दावेदारों की भूमिका और सक्रियता को लेकर भी रिपोर्ट तैयार होग, जो सुरजेवाला ही देखेंगे।