भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में समत्व भवन में नर्मदा नियंत्रण मंडल की बैठक हुई। बैठक में नर्मदा घाटी विकास मंत्री गौरी शंकर बिसेन, जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी प्राप्त कर कार्यों को समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि खालवा उद्धवहन माइक्रो सिंचाई परियोजना से छूटे हुए ग्रामों को पूर्ण कर कुल 22 हजार 490 हेक्टेयर क्षेत्र में आगामी एक वर्ष में सिंचाई सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य है। कोविड की वजह से कमांड क्षेत्र के निर्धारण की प्रक्रिया शेष रहने और पर्यावरण स्वीकृति की वजह से हुए विलम्ब की स्थिति को समाप्त करने हुए तेजी से कार्य पर ध्यान दिया जा रहा है। इसी तरह नर्मदा झाबुआ पेटलावद-थांदला-सरदारपुर उद्धवहन माइक्रो सिंचाई परियोजना में 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। शीघ्र ही परियोजना के कार्य पूर्ण होंगे। बैठक में बताया गया कि निर्माणाधीन स्लीमनाबाद टनल के लिए कार्य के पूर्ण होने की निर्धारित अवधि अक्टूबर 2023 है। परियोजना में वेंटिलेशन के उद्देश्य से 12 किलोमीटर लंबी टनल में आवश्यक शाफ्ट निर्माण कार्य पर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि नवीन स्वीकृत परियोजनाओं में कटनी,हरदा और खण्डवा जिलों की तीन परियोजनाओं से एक लाख 12 हजार 220 हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई होगी।
वृहद परियोजना मंडल की बैठक
मुख्यमंत्री चौहान ने वृहद परियोजना नियंत्रण मंडल की एक अन्य बैठक में निर्माणाधीन कार्यों की जानकारी प्राप्त की। इनमें मंदसौर जिले की शामगढ़- सुवासरा, श्योपुर जिले की चेंटीखेड़ा वृहद सिंचाई परियोजना और छतरपुर, शिवपुरी एवं बुरहानपुर जिले की परियोजनाएं शामिल हैं।