भोपाल
लोकसभा चुनाव के पहले सरकार संकल्प पत्र के उन वादों को पूरा करने की कोशिश में है, जिसमें खर्च कम पर लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके। स्वास्थ्य विभाग मार्च के पहले कैंसर रोगियों के लिए पेलिएटिव केयर सहित चार बड़ी सुविधाएं शुरू करने की तैयारी में है। इसमें सभी ब्लड बैंकों को स्वचलित करना (आटोमेशन), सभी जिलों में एकीकृत लैब शुरू करना, जिनमें कोरोना सहित वायरस, बैक्टीरिया से होने वाली सभी बड़ी बीमारियों की जांच हो सकेगी। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
इसके अतिरिक्त भाजपा के संकल्प पत्र में घोषित अटल मेडिसिटी बनाने की रूपरेखा मार्च के पहले तैयार की जाएगी। 20 हजार करोड़ रुपये से मेडिसिटी बनाई जानी है। एक जगह पर स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाएं मिल जाएंगी, हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि मेडिसिटी कहां बनेगी। कैंसर रोगियों के लिए पेलिएटिव केयर की सुविधा सभी जिलोें में शुरू की जाएगी। बता दें कि इसमें गंभीर स्थिति वाले कैंसर राेगियों को रखा जाता है। ज्यादा दर्द के चलते उनका जीवन कठिन हो जाता है। ऐसे में उन्हें दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं। यह दवाएं विशेष श्रेणी में आती हैं जिन्हें रोगी डाक्टर के पर्चे के बिना नहीं खरीद सकता। कक्ष में मनोरंजन की सुविधाएं और मनोवैज्ञानिक सलाह दी जाएगी।
सभी जिलों में बनने जा रही एकीकृत लैब में वायरस से होने वाले अधिकतर बीमारियों की जांच हो सकेगी। इसमें कोरोना, मीजेल्स, डेंगू, स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियां भी शामिल हैं। यह लैब बनने से सैंपलों की जांच जिलों में ही हो जाएगी, जिससे रिपोर्ट आने में देरी नहीं होगी। इसका लाभ यह होगा कि उपचार जल्दी शुरू हो सकेगा।
प्रदेश के सभी ब्लड बैंकों में रक्तदाता से मिलने वाले ब्लड में पांच महत्वपूर्ण बीमारियों का पता लगाने के लिए स्वचलित मशीनें लगाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त सभी ब्लड बैंक में खून के तत्व अलग करने की सुविधा हो जाएगी। इसका लाभ यह होगा एक यूनिट रक्त से आरबीसी, प्लेटलेट, प्लाज्मा आदि को अलग कर एक से अधिक रोगियों के लिए उपयोग हो सकेगा।