भोपाल.
भाजपा की दूसरी सूची के बाद सबसे ज्यादा पार्टी की राजनीति ग्वालियर-चंबल संभाग में ही खदबदा रही है। यह अटकलें तेज हो चली है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब ज्योतिरादित्य सिंधिया और जयभान सिंह पवैया को विधानसभा का चुनाव में उतार सकता है। चर्चाएं यह भी हैं कि वे अपनी बुआ की पारंपरिक और जीत के लिए आसान मानी जाने वाली सीट शिवपुरी से उतरेंगे या ग्वालियर में चुनौती बनी शहर की पूर्व सीट से उतरेंगे।
ग्वालियर पूर्व की सीट से कांग्रेस के सतीश सिकरवार विधायक हैं। सतीश पहले लंबे समय तक भाजपा में रहे हैं। विधायक बनने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को कांग्रेस से ही कांग्रेस का महापौर भी बनवा दिया है। ग्वालियर महापौर पर 57 साल बाद कांग्रेस का कोई महापौर काबिज हुआ था। इस नाते ग्वालियर पूर्व को सबसे टफ सीट माना जा रहा है। वहीं शिवपुरी की विधायक एवं मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अपने संगठन को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने का कह चुकी है। ऐसे में अब उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है। इस सीट पर यशोधरा राजे सिंधिया चार चुनाव लड़ी और चारों चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की।
अनूप मिश्रा भी हो सकते हैं उम्मीदवार
ग्वालियर क्षेत्र में ब्राह्मणों को साधाने के लिए भाजपा यहां से एक ब्राह्मण को भी टिकट दे सकती है। पिछला चुनाव अनूप मिश्रा जिले की भितरवार सीट से लड़े थे, लेकिन चुनाव हार गए थे। जबकि ग्वालियर दक्षिण सीट से कांग्रेस ने प्रवीण पाठक को टिकट देकर ब्राह्मण कार्ड खेला था। इस बार यह माना जा रहा है कि अनूप मिश्रा को फिर से टिकट दिया जा सकता है और इस बार टिकट ग्वालियर दक्षिण सीट से उन्हें मिल सकता है।
पवैया को भी उतार सकते हैं मैदान में
पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया को भी इस बार टिकट मिल सकता है। हालांकि वे चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं। पवैया को टिकट दिए जाने के लेकर भी अटकलें तेज हैं, साथ ही यहां का एक चुनावी समीकरण भी उनकी उम्मीदवारी के साथ चल रहा है। जिसमें यह माना जा रहा है कि ग्वालियर जिले में दो ही क्षत्रियों को टिकट दिया जाएगा। जबकि उम्मीदवारों की दूसरी सूची में पार्टी ने भीतरवार से मोहन सिंह राठौर को टिकट दिया है। ऐसे में यह अटकलें तेज हैं कि सिंधिया के करीबी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का यदि टिकट कटा तो ग्वालियर सीट से ही जयभान सिंह पवैया को टिकट मिलेगा।
ये सांसद भी लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव
भाजपा की दूसरी सूची में सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने के बाद यह अटकलें तेज हैं कि भाजपा अपने और सांसदों को भी विधानसभा के चुनाव में उतार सकती है। जिसमें गुना-शिवपुरी लोकसभा के सांसद केपी यादव का नाम भी शामिल हैं। वहीं जीएस डामौर को जोबट, शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह को बांधवगढ़, टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र खटीक को चंदला, इंदौर सांसद शंकर ललवानी इंदौर 5, खरगौन सांसद गजेंद्र पटेल को सेंधवा और राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी को भी विधानसभा के चुनाव में उतारा जा सकता है।