ब्रिटेन की 'सुपरड्राई' दक्षिण एशिया की आईपी संपत्तियां रिलांयस को चार करोड़ पाउंड में बेचेगी
नई दिल्ली
ब्रिटेन की फैशन क्षेत्र की खुदरा कंपनी 'सुपरड्राई' दक्षिण एशिया में अपनी बौद्धिक संपदा (आईपी) संपत्तियां रिलायंस रिटेल को चार करोड़ पाउंड (402 करोड़ रुपये) में बेचेगी।
यह सौदा एक संयुक्त उद्यम के जरिये होगा।
सुपरड्राई के फैशन उत्पादों में स्वेटशर्ट, हुडी और जैकेट शामिल हैं। इसकी संयुक्त उद्यम में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। शेष 76 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस रिटेल के पास रहेगी।
समझौते के तहत दक्षिण एशिया में सुपरड्राई की ब्रांड आईपी संपत्तियां स्थायी रूप से नई संयुक्त उद्यम इकाई को स्थानांतरित कर दी जाएंगी।
लंदन स्टॉक एक्सचेंज को भेजी सूचना में सुपरड्राई पीएलसी ने कहा कि उसने भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में सुपरड्राई ब्रांड और संबंधित ट्रेडमार्क सहित अपनी बौद्धिक संपदा संपत्तियों की बिक्री के लिए रिलायंस ब्रांड्स होल्डिंग यूके लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
ब्रिटेन की यह कंपनी इस समय अपने थोक भागीदारों से कमजोर ऑर्डर की समस्या से जूझ रही है। कंपनी ने कहा है कि उसे 3.04 करोड़ पाउंड की सकल नकद आय की उम्मीद है।
भारत में सुपरट्राई के 2012 से विशिष्ट फ्रेंचाइज भागीदार आरबीयूके का स्वामित्व रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) के पास अपनी अनुषंगी कंपनी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड के जरिये है।
सुपरड्राई ने कहा कि रिलायंस तीन देशों में ब्रांड परिचालन की देखरेख करना जारी रखेगी।
दुनिया भर में हीरे की कीमतों में आई गिरावट
न्यूयॉर्क
इस साल कच्चे हीरे की कीमतों में गिरावट आई है। क्योंकि महामारी के बाद कई उपभोक्ता विलासिता की वस्तुओं से दूर हो रहे हैं। यह जानकारी मीडिया ने दी। जि़म्निस्की ग्लोबल रफ डायमंड इंडेक्स के अनुसार, कीमतें एक साल में सबसे कम हैं। उद्योग विश्लेषक इस मंदी का कारण आभूषण की बिक्री में गिरावट को बता रहे हैं।
वैश्विक हीरा विश्लेषक पॉल जिम्निस्की ने कहा उपभोक्ताओं द्वारा आभूषणों के बजाय सेवाओं को चुनने के कारण हीरे की कीमतें कम हुई हैं। विश्लेषकों के अनुसार, महामारी के बाद अब लोग बाहर खाना खा रहे हैं, यात्रा कर रहे हैं और विलासिता की वस्तुओं के बजाय अनुभवों पर पैसा खर्च कर रहे हैं।
हीरा पूरी तरह से उपभोक्ता-संचालित बाजार है। हीरे के आभूषणों के लिए दुकानदारों की मांग कच्चे हीरे की कीमतों और कुछ हद तक खुदरा कीमतों को प्रभावित करती है।
खुदरा विक्रेताओं ने विज्ञापन में करोड़ों डॉलर खर्च करके उपभोक्ता मांग को बढ़ावा दिया। कच्चे हीरे की बिक्री में दो रिकॉर्ड तोडऩे वाले वर्षों के बाद कीमतों में गिरावट आई है। 2021 और 2022 में प्राकृतिक हीरे के आभूषणों की मांग अब तक के उच्चतम स्तर पर थी। उद्योग विश्लेषकों को सर्दियों की छुट्टियों के दौरान और 2024 की शुरुआत में खुदरा बिक्री में उछाल की उम्मीद है।
दुनिया की सबसे बड़ी हीरा कंपनी डी बीयर्स के प्रवक्ता डेविड जॉनसन ने भविष्यवाणी की है कि आगामी महीनों में कच्चे हीरे की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।