कटनी
स्लीमनाबाद पुलिस ने अज्ञात नवयुवक के सनसनी खेज अंधे हत्याकांड का एक सप्ताह के अंदर पर्दाफाश कर 4 आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह हुई थी घटना
विगत 1 नवंबर को थाना स्लीमनाबाद में सूचना प्राप्त हुई की घुघरी रोड की तलैया के पास मरघटाई में एक अज्ञात युवक अर्धनग्न अवस्था में मृत खून से लथपथ पड़ा हुआ है और आसपास खून के निशान है तथा पड़े हुए पत्थरों पर भी खून दिखाई पड़ रहा है साथ ही मृतक का शरीर जलने का प्रयास भी किया गया है। सूचना पर तत्काल पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर गंभीर घटना को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गयी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कटनी अभिजीत कुमार रंजन (भा पु से) ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अज्ञात मृतक की पहचान एवं घटना करने वाले आरोपियों को पकडने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ संतोष डेहरिया को निर्देशित किया और एसडीओपी स्लीमनाबाद अखिलेश गौर के नेतृत्व में एक विवेचना टीम का गठन किया, जिसमें थाना स्लीमनाबाद प्रभारी अखिलेश दहिया, उमरिया पान थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सिद्धार्थ राय एवं बाकल थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अनिल यादव के साथ साइबर सेल से प्रशांत कुमार को अलग अलग टीमों में शामिल किया गया।
ऐसे हुई मृतक की पहचान
मृतक की पहचान संदीप यादव पिता महेन्द्र प्रताप यादव उम 30 साल निवासी सलैया थाना असपुर देवसरा जाला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई जो वर्तमान में जौनपुर में रहता था जहां इसकी ऑटोपार्ट्स की दुकान थी जिसमे यह गाड़ी सुधारने का काम करता था।
इन्होंने की थी हत्या
उक्त मृतक की हत्या में दीपक यादव पिता साहिब लाल यादव उम्र 27 साल नि. इटेली थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर उ.प्र., विधि उल्लंघनकारी बालक नि. रामपुर थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर उ.प्र., अभिषेक यादव पिता तुफानी यादव उम्र 25 साल नि. घुघरी थाना स्लीमनाबाद जिला कटनी, आनंद यादव पिता रामजीत यादव उम्र 24 साल नि. बसावकपुर पोस्ट देवापार थाना मड़ियाहूं जिला जौनपुर एवं सत्येन्द्र यादव उम्र 30 वर्ष निवासी जौनपुर उ. प्र. शामिल थे। सत्येंद्र अभी फरार है।
इस तरह हुई आरोपियों की पहचान
पुलिस द्वारा विवेचना के दौरान घटनास्थल पहुंच कर निरीक्षण किया गया एवं भौतिक साक्ष्यों का संकलन कर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया साथ ही डॉक्टर, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट एवं डॉग स्क्वॉड के माध्यम से घटनास्थल एवं इसके आसपास के साक्ष्य एकत्रित किए गए। साइबर टीम के माध्यम सेतकनीकी साक्ष्य एकत्रित किए गए और अज्ञात मृतक तथा अज्ञात आरोपियों की पहचान स्थापित करने के लिए एक रणनीति बनाई गई।
एकत्रित साक्ष्य एवं तकनीकी डाटा विश्लेषण करने पर यह जानकारी प्राप्त हुई की आरोपियों द्वारा घटना, दिनांक 31 अक्टूबर एवं 01 नवंबर की दरमियानी रात को घटित की गई और घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। तकनीकी साक्ष्य के विश्लेषण से थाना स्लीमनाबाद अंतर्गत घुघरी निवासी अभिषेक यादव की पहचान संदिग्ध के रूप में हुई, जिससे सघन पूछताछ की गई और आरोपी ने घटना करना स्वीकार किया तथा मृतक एवं अन्य आरोपियों की जानकारी दी और बताया कि मृतक एवं अन्य सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के जौनपुर एवं लखनऊ के रहने वाले है। इस आधार पर अज्ञात मृतक की पहचान करने और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पृथक पृथक गिरफ्तारी टीम रवाना की गई और आरोपियों को गिरफ्तार करके लाया गया।
पत्नी से अवैध संबंध बनी वजह
आरोपियों से पृथक पृथक पूछताछ की गई, पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड दीपक यादव है जो जौनपुर का रहने वाला है और मृतक संदीप यादव का खास दोस्त भी था, इसका मृतक की पत्नी से विगत एक दो सालों से अवैध संबंध थे एवं संदीप यादव को यह बात पता चल गई थी साथ ही मृतक संदीप यादव अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था साथ ही आरोपी दीपक यादव ने मृतक संदीप यादव को दुकान खोलने के लिए पैसे उधार दिए थे जो वह नहीं चुका रहा था और अपनी पत्नी बच्चों का भी खाना खर्चा नहीं दे रहा था। चूंकि दीपक यादव मृतक की पत्नी से अत्यंत प्रेम करता था इसलिए उसे यह सब सहन नहीं हुआ और उसने यह बात अपने मित्र सत्येंद्र यादव को बताई और कुछ उपाय करने का प्लान किया। आरोपी सत्येंद्र यादव एक आदतन आरोपी है जो चोरी एवं अवैध शस्त्रों के मामले में अन्य थाना क्षेत्र में पकड़ा गया है जिसकी अभी तलाश की जा रही है। आरोपी सत्येंद्र यादव और दीपक यादव ने मिलकर इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए मृतक के मारने की योजना बनाई और धनतेरस के पूर्व स्लीमनाबाद क्षेत्र में आकर रेकी की थी और अभिषेक यादव के यहां रुके भी थे। इस योजना में दीपक यादव ने सत्येंद्र यादव को ₹100000 देने की बातचीत की जिसमें से ₹10000 वह एडवांस सत्येंद्र यादव को दे चुका था। आरोपी संदीप यादव का चचेरा भाई अभिषेक यादव घुघरी में रहता है और संदीप यादव का विगत कई वर्षों से यहां आना-जाना है जिस वजह से वह इस क्षेत्र से परिचित था। रेकी करने के बाद सत्येंद्र यादव ने अपने अन्य साथीयों आनंद यादव, विधि उल्लंघनकारी बालक एवं चचेरे भाई अभिषेक यादव को इस कार्य हेतु अपनी टीम में लालच देकर शामिल किया।
इस तरह की गई हत्या
योजना के तहत रेकी करने के बाद आरोपी दीपक यादव एवं सत्येंद्र यादव वापस जौनपुर चले गए एवं दिवाली के दिन दिनांक 31 नवंबर को दीपक यादव ने मृतक संदीप यादव को मैहर घूमने के बहाने लाने का प्लान बनाया आरोपी सत्येंद्र यादव ने आरोपी आनंद यादव को साथ लेकर उसकी गाड़ी बुलाई एवं अन्य साथी ऋषभ यादव को बुलाया इस प्रकार मृतक एवं अन्य आरोपी आनंद यादव की गाड़ी में बैठकर स्लीमनाबाद पहुंचे। इस दौरान रास्ते में अलग-अलग शराब दुकानों से शराब खरीद कर आरोपियों ने मृतक को शराब पिलाना शुरू किया ताकि मृतक बेसुध रहे और स्वयं भी शराब का सेवन किया, जब आरोपी स्लीमनाबाद पहुंचे तो यहां इन्होंने आरोपी अभिषेक यादव को स्लीमनाबाद बाईपास के पास बुलाया और और आरोपी अभिषेकयादव से शराब की बोतल खरीदवा कर सभी ने पुनः शराब का सेवन किया। इसके बाद अभिषेक यादव अपनी दो पहिया वाहन से अन्य आरोपियों की कर के पीछे चलने लगा और निर्धारित स्थान चौधरी मोहल्ले के पास मरघटाई पहुंचे जहां मृतक को उतारा गया और उसको पकड़ कर घटनास्थल तक ले जाया गया चूंकि मृतक को अत्यधिक मात्रा में शराब पिलाई जा चुकी थी जिसके कारण वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था, घटनास्थल पर पहुंचने पर मृतक को जैसे ही छोड़ा वह नीचे गिर गया। इसके बाद आरोपियों ने बारी-बारी से मृतक के मुंह पर पत्थरों से वार किया और चोट पहुंचाई जब मृतक मर गया तो आरोपियों ने अभिषेक यादव की मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाल कर मृतक को झाड़ी के पास लेटा कर कपड़े हटाकर उसके ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी ताकि उसकी पहचान छुपाई जा सके आग लगाकर सभी आरोपी वहां से फरार हो गए।
टीम होगी पुरस्कृत
अंधी हत्याकांड का खुलासा करने टीम में उनि नेहा मौर्य, उनि काशीराम झारिया, उनि संतोष बड़गैया, सउनि सतीश जाटव, बृजेन्द्र उरमलिया, केशव दुबे, जुबेर अली, प्र.आर. अंजनी मिश्रा, विजय सिंह, तेज प्रकाश सिंह, शेख यूसूफ, अनिल विश्वकर्मा, अंकित दुबे, लखन पटेल आशीष आर्मी, रामनरेश शुक्ला, अजय तिवारी, आर अंचल सिंह, दुर्गेश कुमार, रजनीश तेकाम, विशाल शिवहरे, सोने सिंह, सौरभ पटेल, आशीष पटेल, विवेक झारिया, रोहित पाटक, दीपक यादव, अभिषेक सिंह राजावत, नेहा भट्ट, शुभम कुमार सायबर सेल शामिल थे। पुलिस अधीक्षक कटनी द्वारा थाना प्रभारी स्लीमनाबाद एवं उनकी टीम के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।