बिलासपुर
प्रेस क्लब के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव गुरूवार को संपन्न हुए जिसमें आशीर्वाद पैनल पर पत्रकार सदस्यों ने एक तरफा मुहर लगाकर प्रेक्षक संचालन का आशीर्वाद दिया। काफी जद्दोजहद के बाद प्रेस क्लब के चुनाव संपन्न हुए।अध्यक्ष के पद पर इरशाद अली और संजीव पांडे ने वोटों की डबल सेंचुरी जमाई।
गुरुवार को बिलासपुर प्रेस क्लब के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में आशीर्वाद पैनल ने अपने विरोधियों का सुपड़ा साफ कर यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पिछले कार्यकारिणी की कार्यशैली को प्रेस क्लब सदस्यों ने पूरी तरह खारिज कर दिया है । नकारात्मक राजनीति करने वालों को समाज के सजग प्रहरी पत्रकारों ने मुंहतोड़ जवाब दिया पहले है। आशीर्वाद पैनल से कार्यकारिणी सदस्य के रूप में गोपी डे और कोषाध्यक्ष के रूप में प्रतीक वासनिक पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत चुके थे ।
इसके बाद गुरुवार को हुए मतदान में इरशाद अली के नेतृत्व में आशीर्वाद पैनल के सभी सदस्यों ने बड़ी जीत दर्ज की है। सबकी नजर अध्यक्ष पद के मुकाबले पर टिकी हुई थी, जिसमें अपेक्षा अनुरूप इरशाद अली ने त्रिकोणीय मुकाबले में अपने दोनो प्रतिद्वंदियों विजय क्रांति तिवारी और निर्मल माणिक को चारों खाने चित कर दिया। इरशाद अली को 248वोट मिले, तो वहीं विजय क्रांति तिवारी को 58 और निर्मल मलिक को 64 वोट प्राप्त हुए। इस तरह इरशाद अली ने वोट 184 वोटों से जीत दर्ज की। 6 वोट निरस्त किए गए । इससे पहले हुई गणना में आशीर्वाद पैनल के संजीव पांडे ने रमन किरण को 191 वोट से हराया । सहसचिव पद के लिए आशीर्वाद पैनल के दिलीप जगवानी ने राजेन्द्र ठाकुर को 107 वोट से परास्त किया। सचिव पद के लिए दिलीप यादव 94 वोट से जीते। शैलेंद्र पाठक और संदीप करिहार को हार का सामना करना पड़ा।
एक लंबे अंतराल के बाद बिलासपुर प्रेस क्लब में किसी एक पैनल से ही सभी प्रत्याशी चुनकर आए हैं, जिससे यह अपेक्षा की जा रही है कि अब बिलासपुर प्रेस क्लब के सदस्य पत्रकारों की अपेक्षाएं पूरी होगी। इससे पहले अलग-अलग पैनल से प्रत्याशी होने से 2 साल का कार्यकाल आपसे खींचतान में ही चला गया । वहीं जमीन आवंटन का मुद्दा भी हमेशा से विवादों में रहा। अपेक्षा है कि इस बार भूमिहीन पत्रकार साथियों की बड़ी मांग जल्द ही पूरी होगी।इधर आशीर्वाद पैनल के एक तरफा जीत के बाद जश्न का दौर शुरू हो गया । सभी ओर से बधाइयों तांता लगा हुआ है। ढोल बताशा फूल मालाओं के साथ विजेताओं का स्वागत कर जुलूस निकाला गया है। बिलासपुर प्रेस क्लब के 447 मतदाताओं में से 377 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बारिश के बावजूद मतदाताओं का उत्साह ऐसा था कि 12 से 5:00 बजे तक होने वाले मतदान में 5:00 के बाद भी मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही, जिन्होंने निर्धारित समय के बाद भी बंद दरवाजे के
भीतर अपने मताधिकार का प्रयोग किया
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर प्रेस क्लब के पिछले कार्यकारिणी की समय सीमा 23 जुलाई को समाप्त हो चुकी थी लेकिन पूर्व अध्यक्ष और उनके साथी प्रेस क्लब चुनाव निर्धारित समय पर नहीं करना चाहते थे लिहाजा यह मामला रजिस्ट्रार और हाई कोर्ट तक भी पहुंचा, जिसके बाद चुनाव अधिकारी महेश तिवारी के द्वारा गुरुवार को चुनाव संपन्न कराया गया ।कुछ लोगों का दावा था कि इस चुनाव में पत्रकारों की रुचि नहीं है लेकिन दावे के विपरीत पत्रकारों ने इसमे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, यहां तक की अन्य शहरों से भी बिलासपुर प्रेस क्लब के सदस्य मतदान के लिए पहुंचे।
इस बार बिलासपुर प्रेस क्लब के चुनाव में पहले ही कोषाध्यक्ष के रूप में प्रतीक वासनिक और कार्यकारिणी सदस्य रूप में गोपी डे निर्विरोध चुने जा चुके हैं।
गुरुवार को बिलासपुर प्रेस क्लब चुनाव को लेकर पत्रकारों की गहरी दिलचस्पी नजर आई और दिनभर प्रेस ट्रस्ट भवन ईदगाह चौक में मतदाताओं की भीड़ देखी गई, जिस कारण यहां बार-बार जाम की स्थिति भी बनी। भारी उत्साह के बाद भी 70 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया , इनमें से कई बुजुर्ग और बीमार है तो कुछ शहर के बाहर रहते हैं। इस कारण से वे मतदान के लिए नहीं पहुंच पाए , हालांकि गुरुवार को हुए मतदान में कई बीमार और बुजुर्ग वयोवृद्ध पत्रकार भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे।