
लंदन
ब्रिटेन के पूर्व युवराज एंड्रयू और उनकी पूर्व पत्नी सारा फर्ग्यूसन पर लिखी गई नई किताब ने राजपरिवार में हलचल मचा दी है। लेखक एंड्रयू लॉनी ने दावा किया है कि “अभी और भी चौंकाने वाले खुलासे बाकी हैं,” जो ब्रिटिश राजशाही के लिए और नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। लॉनी की किताब ‘एंटाइटल्ड’ में एंड्रयू और सारा के जीवन की परतें खोली गई हैं। उन्होंने बताया कि यह कहानी “बचपन के आघात, लालच, भ्रष्टाचार, सत्ता के दुरुपयोग और अहंकार” से भरी है। कई वर्षों के शोध और 300 से अधिक लोगों से बातचीत के बाद तैयार हुई यह अनधिकृत जीवनी उस समय आई है, जब राजा चार्ल्स तृतीय ने एंड्रयू को सभी शाही उपाधियों से वंचित कर दिया है और उन्हें रॉयल लॉज से बाहर निकलने का आदेश दिया है।
एप्सटीन से रिश्तों ने बिगाड़ी किस्मत
लॉनी ने लिखा कि एंड्रयू और यौन अपराधी जेफ्री एप्सटीन के बीच गहरे रिश्ते ने उनका करियर बर्बाद कर दिया। “रैंडी एंडी” के नाम से मशहूर एंड्रयू, एप्सटीन के साथ कई बार एक ही महिलाओं के साथ देखे गए। 2019 में बीबीसी के साक्षात्कार के बाद उन्हें राजकीय दायित्वों से हटना पड़ा था। किताब में खुलासा किया गया है कि एंड्रयू ने ब्रिटिश व्यापार के “राजदूत” रहते हुए निजी लाभ के लिए लीबिया, कजाखस्तान और अज़रबैजान जैसे देशों के तानाशाहों से सौदे किए। उन्होंने सरकारी संसाधनों जैसे हेलीकॉप्टर का भी दुरुपयोग किया।लेखक ने बताया कि सारा फर्ग्यूसन की खर्च करने की आदतें “कर्दाशियन परिवार” जैसी थीं। वे अमीर दोस्तों के खर्च पर छुट्टियां मनातीं और अमेरिकी टीवी पर भाषणों व इंटरव्यू के लिए मोटी रकम लेती थीं।
ट्रंप परिवार से तुलना
लॉनी ने लिखा कि माउंटबैटन-विंडसर परिवार और ट्रंप परिवार के बीच कई समानताएं हैं। एंड्रयू और सारा का पहला घर “ट्रंप-शैली” का भव्य निर्माण बताया गया, जिसमें अत्यधिक दिखावा और शानो-शौकत थी। लेखक का मानना है कि एंड्रयू से जुड़े विवादों ने ब्रिटिश राजशाही की साख को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। हालांकि राजा चार्ल्स के सख्त कदमों ने फिलहाल संस्था को बचा लिया है। उन्होंने निष्कर्ष में लिखा-“ब्रिटेन की जनता को अपने नेताओं से कम भरोसा अपने बदनाम शाही परिवार पर है।”



