प्रमिला मलिक को ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष चुना गया
भुवनेश्वर
ओडिशा में छह बार की विधायक और पूर्व मंत्री प्रमिला मलिक को निर्विरोध विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। सुश्री मलिक ओडिशा विधानसभा के इतिहास में पहली महिला अध्यक्ष हैं। बिंझारपुर (अनुसूचित जाति) विधानसभा सीट से छह बार विधायक रहीं। उन्होंने नवीन पटनायक सरकार में तीन बार महिला एवं बाल विकास मंत्री के रूप में काम किया है।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री के रूप में नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में शामिल होने से पहले, वह विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) की मुख्य सचेतक भी रही।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद 12 मई से रिक्त था, क्योंकि अध्यक्ष विक्रम केशरी आरुख ने पद से इस्तीफा दे दिया और बाद में उन्हें वित्त मंत्री के रूप में नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
सुश्री मलिक ने गुरुवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया और सत्तारूढ़ बीजद उम्मीदवार के रूप में विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। किसी अन्य के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन नहीं करने पर उन्हें आज र्निविरोध अध्यक्ष चुन लिया गया। ओडिशा विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष मलिक वह आज से शुरु हो रहे सदन के मानसून सत्र का संचालन करेंगी। यह सत्र चार अक्टूबर तक चलेगा।
गंगटोक
तिब्बतियों के 14वें आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा सिक्किम के मुख्यमंत्री पीएस तमांग के निमंत्रण के बाद अगले महीने राज्य के दौरे पर आएंगे।
श्री तमांग धर्मशाला में तिब्बती आध्यात्मिक नेता से मुलाकात के दौरान उन्हें तिब्बत आने का निमंत्रण दिया था।
श्री तमांग ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की बात करते हुए कहा कि 21 सितंबर को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने तिब्बती आध्यात्मिक नेता को अगले महीने राज्य का दौरा करने का औपचारिक निमंत्रण दिया है।
मुख्यमंत्री ने इसकी पुष्टि की कि धर्मगुरू दलाई लामा ने अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में सिक्किम आने का उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। तिब्बती नेता के साथ बातचीत के दौरान अपनी भावनाओं का वर्णन करते हुए, श्री तमांग ने कहा, “परम पावन की शुभ उपस्थिति में, मुझे दिव्य शांति और आनंद की अनुभूति हुई, जो वास्तव में मेरे लिए एक बहुत बड़ा अनुभव था।”
श्री तमांग ने कहा, “सिक्किम के लोगों की ओर से, मैं दलाई लामा के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं अौर अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं कि भगवान हमेशा हम पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें। मैं परम पावन का भव्य स्वागत करने के लिए सिक्किम के लोगों के साथ खड़ा हूं ताकि धर्मगुरु हमें सदैव आशीर्वाद प्रदान करें और हमारा मार्गदर्शन करें।”
धर्मशाला की अपनी यात्रा के दौरान श्री तमांग के साथ धार्मिक मामलों के मंत्री सोनम लामा, मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक, मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव शंकर ढकाल, स्थानिक आयुक्त (रेजिडेंट कमिश्नर) एके चंद और अन्य संबंधित धर्माधिकारी भी उपस्थित रहे।