राजनीतिक

राम मंदिर पर छिड़ी बहस कमलनाथ बोले- राम मंदिर पूरे देश का…

छिंदवाड़ा
 कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि राम मंदिर पूरे देश और सनातनियों का मंदिर है। छिंदवाड़ा के शिकारपुर में अपने आवास पर अयोध्या राम मंदिर और भाजपा की बयानबाजी को लेकर पूछे गए सवाल पर कमलनाथ ने सवाल करते हुए कहा कि राम मंदिर क्या बीजेपी का मंदिर है, यह राम मंदिर पूरे देश का है, सनातनियों का है।

राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से घोषित किए गए उम्मीदवारों में बदलाव किए जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि जिन उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई और जिन स्थानों को लेकर न्यायालय के फैसले आए हैं, वहां पर उम्मीदवारों को बदला गया है।

दरअसल, राज्य में कांग्रेस अब तक सात उम्मीदवारों को बदल चुकी है और आने वाले दिनों में कुछ उम्मीदवारों को बदला जा सकता है।

प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आगे कहा कि प्रदेश की तस्वीर हर मतदाता के सामने है और वह भ्रष्टाचार से लेकर बेरोजगारी, कमीशनखोरी से परेशान हैं। यह सब मध्य प्रदेश की जनता देख रही है। मुझे विश्वास है यह चुनाव पार्टी या उम्मीदवार का नहीं है, बल्कि यह राज्य के भविष्य का प्रश्न है। मुझे मध्य प्रदेश की जनता पर भरोसा है।

निशा बांगरे की स्थिति न घर के और न घाट के जैसी

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की स्थिति न घर की और न घाट के जैसी हो गई है। कांग्रेस ने बैतूल जिले के आमला विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।

राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही निशा बांगरे ने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था। वह छतरपुर जिले के लव कुश नगर में पदस्थ थी, वे आमला से चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी थी और संभावना यही थी कि उन्हें कांग्रेस यहां से उम्मीदवार बनाएगी।

निशा का इस्तीफा सरकार की ओर से मंजूर नहीं किया गया और कांग्रेस ने 230 में से 229 क्षेत्र के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए और अमला के उम्मीदवार के फैसले को पेंडिंग रखा। निशा का मामला सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय में पहुंचा और जिस दिन उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग ने उनका इस्तीफा मंजूर किया, उससे पहले कांग्रेस ने आमला से मनोज मालवे को उम्मीदवार घोषित कर दिया।

निशा के चुनाव लड़ने का मामला अब पूरी तरह आधर में लटक गया है। वह चुनाव लड़ने की तैयारी में है और लगातार यही कोशिश कर रही हैं कि आमला से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाए।

निशा ने अपनी उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से भी मुलाकात की है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि निशा के मामले का फैसला अब दिल्ली में हाई कमान द्वारा ही किया जाएगा क्योंकि पार्टी में जितने भी टिकट बदले जा रहे हैं वह फैसला दिल्ली से ही हो रहे हैं।

 

 

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