भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने एक बड़ा और नया दांव चला है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अगर चुनाव के बाद कांग्रेस सत्ता में आती है तो एमपी में भी जातीय जनगणना होगी। बिहार में नीतीश सरकार ने सोमवार को जाति गणना के आंकड़े जारी किये हैं। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मैंने हमेशा से इसका समर्थन किया है। अगर हम यहां सत्ता में आते हैं तो हम भी मध्य प्रदेश में जाति जनगणना करवाएंगे।'
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने बहुप्रतीक्षित जाति आधारित गणना के निष्कर्ष जारी किए। इसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत है। बिहार के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से 36 प्रतिशत के साथ ईबीसी सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद ओबीसी 27.13 प्रतिशत हैं। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि ओबीसी समूह में शामिल यादव समुदाय प्रदेश की कुल आबादी का 14.27 प्रतिशत है। राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। राज्य में जनसंख्या के मामले में यह समुदाय सबसे अधिक है।
दिग्विजय सिंह से जब सनातन धर्म को लेकर सवाल किया गया तब उन्होंने कहा, 'हम सनातन धर्म को फॉलो करते हैं। बीजेपी जिस नफरत को फैला रही है वो सनातन धर्म में नहीं है।' हाल ही में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि अगर मैं चला गया तो बहुत याद आउंगा। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उन्होंने अपनी हार कबूल कर ली है।
दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि सिर्फ दलाल उन्हें याद रखेंगे। मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। पिछली बार यहां साल 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस वक्त कांग्रेस पार्टी ने अपनी सरकार बनाई थी और कमलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने 22 भरोसेमंद विधायकों को लेकर भगवा कैंप में शामिल हो गए थे। इसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। जिसके बाद बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने।