इंदौर
जाते-जाते वर्ष 2023 मालवा-निमाड़ को बहुत कुछ देकर गया है। विधानसभा सभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मालवा-निमाड़ को डा. मोहन यादव मंत्रिमंडल में अच्छा खासा महत्व मिला। मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री के अलावा सात कैबिनेट और राज्यमंत्री मालवा-निमाड़ के हिस्से में आए हैं।
66 विधानसभा सीटों वाले इस क्षेत्र को महत्व देने में कांग्रेस भी पीछे नहीं रही। उसने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद मालवा-निमाड़ से दिए। वर्ष 2024 की शुरुआत हो चुकी है। उम्मीद की जाना चाहिए कि मालवा-निमाड़ को सरकार में मिला प्रतिनिधित्व इस क्षेत्र के विकास में चार चांद लगाएगा।
डा. यादव मंत्रिमंडल में मालवा-निमाड़ को सिर्फ प्रतिनिधित्व ही नहीं मिला, बल्कि महत्वपूर्ण विभाग भी मिले हैं। गृह, सामान्य प्रशासन, वित्त, वाणिज्यिक, नगरीय विकास, जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास, वन, पर्यावरण, उच्च शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग मालवा-निमाड़ के हिस्से में आए हैं।
विकास को लगेंगे पंख
इंदौर विधानसभा क्षेत्र एक से विधायक कैलाश विजयवर्गीय को यादव मंत्रिमंडल में नगरीय विकास एवं आवास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय मिला है। इंदौर प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी होने के साथ-साथ तेजी से बढ़ने वाले शहरों में शामिल है। उम्मीद की जा रही है कि विजयवर्गीय को नगरीय विकास एवं आवास मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने के बाद इंदौर ही नहीं मालवा-निमाड़ में शहरों के विकास को पंख लगेंगे। इंदौर की ही सांवेर विधानसभा सीट से विधायक तुलसीराम सिलावट को यादव मंत्रिमंडल में जल संसाधन मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
अन्य शहरों की रोड कनेक्टिविटी होगी बेहतर
बायपास पर फीनिक्स सिटाडेल माल के पास से नए राष्ट्रीय राजमार्ग जंक्शन का निर्माण होगा। एनएचएआइ यहां आठ लेन की सड़क बनाएगा जो डबल चौकी से हरदा, नेमावर व नागपुर रोड को जोड़ेगी।
तेजाजी नगर से बलवाड़ा तक खंडवा रोड 33 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा होगा। बलवाड़ा से धनगांव तक 41 किलोमीटर का हिस्सा शत प्रतिशत होगा। इससे ओंकारेश्वर व खंडवा जाने की राह काफी आसान होगी।
खलघाट क्षेत्र में एनएचएआइ द्वारा गणेश घाट वाले हिस्से 8.8 किलोमीटर की नया मार्ग तैयार होगा। ऐसे में इस हिस्से में होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी।
इंदौर से देवास के बीच 45 किलोमीटर की सड़क पर डामरीकरण कार्य पूर्ण होने से वाहन चालकों को सहूलियत होगी।
इंदौर में 140 किलोमीटर के हिस्से में पूर्वी व पश्चिमी बायपास का निर्माण कार्य शुरू होगा। इससे शहर के अंदर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगेगी और उन्हें बाहर से निकाला जा सकेगा। इससे शहर में भारी वाहनों का ट्रैफिक कम होगा।