नई दिल्ली
कांग्रेस ने कनाडा में एक अलगाववादी सिख नेता की हत्या पर वहां के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान की पृष्ठभूमि में मंगलवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए और देशहित को हमेशा सबसे ऊपर रखा जाना चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच X पर पोस्ट किया, “कांग्रेस का हमेशा से मानना रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारे देश की लड़ाई में किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
विशेष रूप से तब, जब आतंकवाद से भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरा हो।” उन्होंने कहा कि हमारे देश के हितों और चिंताओं को हमेशा सर्वोपरि रखा जाना चाहिए। भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इन आरोपों को ‘‘बेतुका'' और ‘‘बेबुनियाद'' बताकर खारिज कर दिया है कि कनाडा में एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या संबंधी घटना में भारत सरकार के एजेंट का हाथ था।
कांग्रेस की ओर से आया बयान
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हमेशा मानना रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारे देश की लड़ाई समझौता नहीं होना चाहिए, खासकर तब जब आतंकवाद से भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरा हो।" उन्होंने कहा, "हमारे देश के हितों और चिंताओं को हर समय सर्वोपरि रखा जाना चाहिए।"
कांग्रेस की टिप्पणी भारत द्वारा मंगलवार को कनाडाई सरकार के बेतुके आरोपों को खारिज करने के बाद आई है। कनाडा के साथ भारत के संबंधों में मंगलवार को उस समय खींचतान देखी गई, जब कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर जून में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया।
निज्जर की हुई थी गोली मारकर हत्या
हत्या में भारत की कथित संलिप्तता के लिए कनाडा ने एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया है। कनाडा में खालिस्तानी जनमत संग्रह का नेतृत्व कर रहे निज्जर की 18 जून को सरे के गुरु नानक सिख गुरुद्वारे की पार्किंग में दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया कि भारत सरकार के एजेंटों ने निज्जर की हत्या को अंजाम दिया।
कनाडाई पीएम ने लगाए आरोप
ट्रूडो ने कहा, "कनाडाई धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की भागीदारी हमारी संप्रभुता का अस्वीकार्य उल्लंघन है। यह उन मौलिक नियमों के विपरीत है, जिनके द्वारा स्वतंत्र, खुले और लोकतांत्रिक समाज अपना आचरण करते हैं। उम्मीद है, हम इस गंभीर मामले पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इसके समन्वय कर रहे हैं।"
ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान इस मुद्दे को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी। उन्होंने कहा, "कनाडा ने पिछले सप्ताह G20 में भारत सरकार के शीर्ष खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों को अपनी गहरी चिंता बताईं। मैंने उन्हें व्यक्तिगत रूप से और सीधे प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखा।"