बिज़नेस

पीएफसी ने 15,000 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी

नई दिल्ली
 सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने कहा कि उसने विभिन्न परियोजनाओं के लिए 15,000 करोड़ रुपये के कर्ज स्वीकृत किए हैं जिनमें हवाई अड्डा परियोजनाएं भी शामिल हैं।

बिजली परियोजनाओं को वित्त मुहैया कराने वाली कंपनी पीएफसी ने बीएसई को दी गई सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल की बैठक में विभिन्न परियोजनाओं के लिए 15,000 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी गई।

स्वीकृत परियोजनाओं में आंध्र प्रदेश की एक हवाई अड्डा परियोजना भी शामिल है। इसके साथ पीएफसी ने पहली बार किसी हवाई अड्डे को कर्ज देने का फैसला किया है।

कंपनी के निदेशक मंडल ने कारोबार में विविधता लाने की रणनीति से संबंधित एजेंडा की समीक्षा भी की। इस बैठक में नए बाजार खंडों में कदम रखने की संभावनाएं तलाशने और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में वित्तपोषण बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।

जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर में अपने कारोबार को आगे बढ़ाने की काफी क्षमता: सज्जन जिंदल

मुंबई
जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा है कि वाणिज्यिक बंदरगाहों का संचालन करने वाली जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर के पास अपना कारोबार बढ़ाने की काफी क्षमता है और उसका लक्ष्य एक वैश्विक कंपनी बनना है। कंपनी मंगलवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई।

जिंदल ने शेयर सूचीबद्ध होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सिंगापुर का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि यह एक 'सिटी स्टेट' है और पूरे भारत की तुलना में अधिक माल संभालता है। ''हम ऐसे बंदरगाह भी बना सकते हैं जो न केवल हमारे अपने बल्कि आसपास के देशों के माल को भी संभाल सकें।'' उन्होंने कहा, ''हम केवल भारत केंद्रित नहीं सोच सकते। हमें वैश्विक स्तर पर सोचना होगा और हमें वास्तव में खुद को एक वैश्विक कंपनी के रूप में बनाना होगा। इसलिए हमें वास्तव में उन स्तरों पर सोचना होगा।''

जिंदल ने आगे कहा कि भारत की तटरेखा बड़ी है और देश में लॉजिस्टिक लागत दुनिया में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा, ''देश में वस्तुओं की परिवहन लागत सबसे ज्यादा है। इसीलिए जेएसडब्ल्यू इन्फ्रा के पास अपने कारोबार को ठीक उसी प्रकार से बढ़ाने की संभावना है, जैसा कि सरकार ने कॉनकॉर के रूप में सृजित किया है।''

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कॉनकॉर (कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) कंटेनर वाले कार्गो के लिये लॉजिस्टिक समाधान उपलब्ध कराती है। जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर का शेयर  निर्गम मूल्य 119 रुपये पर 20 प्रतिशत की बढ़त के साथ सूचीबद्ध हुआ। बीएसई में कंपनी का शेयर निर्गम मूल्य के मुकाबले 20.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 143 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में यह 143 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ।

जिंदल ने कहा कि जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर जेएसडब्ल्यू समूह की सूचीबद्ध होने वाली तीसरी इकाई है और यह अंतिम आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) नहीं है। उन्होंने कहा, ''हमारी कई कंपनियां आने वाली हैं। जैसे जेएसडब्ल्यू सीमेंट, जेएसडब्ल्यू पेंट्स, जेएसडब्ल्यू वन। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में और भी कंपनियां सूचीबद्ध होंगी।''

जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर बंदरगाह से जुड़ी बुनियादी ढांचा कंपनी है। कंपनी अपने ग्राहकों को कार्गो रखरखाव, भंडारण समाधान, लॉजिस्टिक सेवाएं और अन्य मूल्य वर्धित सेवाओं सहित समुद्र संबंधित सेवाएं प्रदान करती है।

 

 

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