डिंडौरी
कलेक्टर विकास मिश्रा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विश्व सिकल सेल एनीमिया रोकथाम के संबंध में प्रेसवार्ता आयोजित की गई। उक्त बैठक में एसडीएम डिंडौरी श्री रामबाबू देवांगन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमेश मरावी, सीईओ जनपद पंचायत डिंडौरी निखिलेश कटारे जनसंपर्क अधिकारी चेतराम अहिरवार सहित जिले के समस्त पत्रकारगण एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी के साथ साथ मौजूद रहे।
कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन के द्वारा जिला स्तरीय सिकल सेल स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम का आयोजन शासकीय चन्द्रविजय महाविद्यालय डिंडौरी के मैदान में 19 जून 2024 को 11 बजे आयोजित होने जा रहा है। उक्त समारोह के मुख्य अतिथि देश के उपराष्ट्रपति महामहिम जगदीप धनखड़ एवं साथ में मध्यप्रदेश के राज्यपाल माननीय राज्यपाल मंगूभाई पटेल एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, स्वास्थ्य मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, आयुष विभाग के मंत्री एवं अन्य शामिल होने की संभावित है।
कलेक्टर मिश्रा ने बताया कि इस समारोह में प्रदर्शनी स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, जनजाति कार्य विभाग, आयुष विभाग की प्रदर्शनी लगाई जा रहीं है। गर्मी को देखते हुए आपालकालीन स्वास्थ्य केन्द्र महाविद्यालय के एक कमरे में बनाया गया है।
जिला प्रशासन सिकल सेल की रोकथाम हेतु जिले के प्रत्येक विकासखंड स्तर पर प्रत्येक शनिवार को गांव गांव में स्वास्थ्य रेवा कैंप के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत आम लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर सिकल सेल के चिन्हित लोगों को इलाज उपलब्ध मुहैया कराया गया है। साथ ही साथ जिले में संचालित शैक्षणिक संस्थाओं में अध्यनरत 10वीं और 12वीं में छात्र-छात्राओं के माध्यम से निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला, रंगोली प्रतियोगिता एवं बैगाचक क्षेत्र में वन्या रेडियो के माध्यम से सिकिल सेल एनीमिया में जन जाग्रति एवं लोगों में बीमारी के प्रति जागृत करने का प्रयास किया गया है।
उद्देश्य – विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर होने वाले इस महासमारोह का उद्देश्य है कि इस आदिवासी क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में निवासरत आम लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से चन्द्रविजय महाविद्यालय में सिकिल सेल के संबंध में मेगा सिकिल स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। जिससे लोगों में सिकिल सेल के प्रति जनजागृति एवं उससे बचाव रखने की प्रेरणा मिलेगी। एनीमिया को मुख्य रूप से रोकना महिला पुरूष की शादी ब्लड चेक कर, माता पिता का ब्लड चेक कर एवं सिकिल सेल अनुवांशिक बीमारी होने के कारण इसे रोकना अति आवश्यक है।
मिश्रा ने बताया कि यह बीमारी एक अनुवांशिक बीमारी है यदि माता पिता दोनों में सिकल सेल के जीन है तो बच्चों में इस बीमारी का होना स्वाभाविक है। यह बीमारी किसी भी जाति, धर्म एवं लिंग के व्यक्ति को हो सकती है। इस बीमारी में रोगी की लाल रक्त कोशिका हॅसिए के आकार में परिवर्तित हो जाती है। हँसिए के आकार का यह कण शरीर के विभिन्न अंगों में पहुंचकर रूकावट पैदा करते है। इस जन्म जात रोग से ग्रसित बच्चा शिशु अवस्था से बुखार, सर्दी, पेट दर्द, जोडो व घुटनों में दर्द सूजन और कभी रक्त के कमी से परेशान रहते है।
सिकल सेल एनीमिया से ग्रसित मरीजों में कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे एनीमिया /खून की कमी होना, हल्का पीलिया होने से बच्चें का शरीर पीला दिखाई देता है, तिल्ली का बढ़ जाना, पेट एवं छाती में दर्द होना, सांस लेने तकलीफ होना, हड्डियों एवं जोडो में विकृतियां होना, पैरों में अल्सर/घाव होना, हड्डियों में और जोंडों में सूजन के साथ अत्याधिक दर्द होना, मौसम बदलने पर बीमार पडना, अत्यधिक थकान होना आदि।
सिकल सेल रोगी को चिन्हित होने के पश्चात अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से निःशुल्क दवाईयां प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में सिकल सेल रोगियों के लिए केपसूल हाइड्रोक्सी यूरिया, टेबलेट फॉलिक एसिड, दर्द निवारक दवा, ब्लड ट्रान्फयूजन, बोन-मेरो ट्रांसप्लांटेशन