भोपाल
मध्यप्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया और प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई से मध्यप्रदेश स्वच्छ भारत सफाई मित्र संगठन के साथ विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों ने भेंट की। प्रतिनिधियों ने समस्त सफाई कामगारों की समस्याओं को प्रमुख सचिव के सामने रखा। करोसिया ने दैनिक वेतन भोगी सफाई कामगारों के नियमितिकरण, अनुकंपा नियुक्ति नियम में सरलीकरण, ठेका प्रथा की समाप्ति, मेडिकल आधार पर स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति लेने पर परिजन को नियुक्ति एवं रोस्टर प्रणाली के नियम में शिथिलता जैसे बिन्दुओं पर चर्चा की।
प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने मध्यप्रदेश को स्वच्छता का सिरमौर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रदेश के समस्त स्वच्छता मित्रों को बधाई दी। मंडलोई ने कहा कि 2007 से 2016 तक मस्टर रोल पर निरंतर कार्य करने वाले सफाई कामगारों के आंकडे निकायों से मंगाएं जा रहे हैं। इन्हें विनियमित करने की प्रक्रिया भी शीघ्र प्रांरभ की जायेगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि विभाग अपने स्तर पर सफाई कामगारों की समस्याओं के निपटारे के लिए पूरे मनोयोग से प्रयासरत है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग पूरी गंभीरता से स्वच्छता मित्रों के हित के लिए कार्य कर रहा है। शासन की समस्त योजनाओं का लाभ भी सफाई कामगारों को मिले, इसके प्रयास भी किए जा रहे हैं।
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास भरत यादव ने कहा कि प्रदेश के समस्त नगरीय निकायों में कार्यरत सफाई कामगारों को वेतन समय पर मिले इसके लिए संचालनालय स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है। अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण भी अभियान चलाकर निपटाये जा रहे हैं। इस दौरान मध्यप्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष गंगाराम घोसरे, अशोक वाल्मिकी सहित विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।