चाय उद्योग गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहा है: ITA
कोलकाता
चाय बागान मालिकों के प्रमुख संगठन इंडियन टी एसोसिएशन (आईटीए) ने कहा कि उद्योग गंभीर वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहा है और कीमतें बढ़ती उत्पादन लागत के साथ तालमेल नहीं बैठा पा रही हैं।
आईटीए ने अपने स्थिति पत्र 'चाय परिदृश्य 2023' में कहा कि पिछले दशक में चाय की कीमतें लगभग चार प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ी हैं। इस दौरान कोयला और गैस जैसी महत्वपूर्ण चीजों की लागत नौ से 15 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ी।
स्थिति पत्र में कहा गया कि 2022 में चाय निर्यात में सुधार के कुछ संकेत दिखे और यह 23.1 करोड़ किलोग्राम तक पहुंच गया, लेकिन 2023 में जनवरी से जुलाई के बीच इसमें 26.1 लाख किलोग्राम की गिरावट आई।
उद्योग जगत ने उच्च निर्यात लागत को कम करने और निर्यातकों को प्रतिस्पर्धी बने रहने में सक्षम बनाने के लिए सरकार से उच्च गुणवत्ता वाली सीटीसी, 'ऑर्थोडॉक्स' और दार्जिलिंग चाय के निर्यात उत्पादों पर शुल्क या करों में छूट की प्रोत्साहन सीमा बढ़ाने पर विचार करने का आग्रह किया है।
डीएआरई ने विशेष अभियान के तहत 34,886 वर्ग फुट जगह खाली कराई,10.35 लाख रुपये का राजस्व किया अर्जित
नई दिल्ली
कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डीएआरई) ने एक महीने के विशेष अभियान के पहले सप्ताह में 34,886 वर्ग फुट जगह खाली कराई और 10.35 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया है।
यह अभियान दो अक्टूबर को शुरू किया गया था और 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान कुल 3326 विशेष अभियान चलाए जाएंगे जिसमें से अभी तक 690 अभियानों को अंजाम दिया जा चुका है।
कृषि मंत्रालय के अधीन काम करने वाले डीएआरई ने अभियान के तहत समीक्षा करने के लिए 19,843 भौतिक फाइलों और 4,717 ई-फाइलों की पहचान की है।
डीएआरई की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘इनमें से अभी तक 6,279 भौतिक फाइल की समीक्षा की जा चुकी है, जबकि 4,171 भौतिक फाइल को हटा दिया गया है। करीब 4,717 इलेक्ट्रॉनिक फाइल की भी समीक्षा की गई है और 1,465 को बंद करने के लिए चिन्हित किया गया है।''
बयान में कहा गया, ‘‘करीब 34,886 वर्ग फुट जगह खाली कराई गई है और 10,35,731 रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है।''
डीएआरई के सचिव हिमांशु पाठक ने संबंधित अधिकारियों को लंबित मामलों का 31 अक्टूबर तक पूर्ण निपटान (शून्य पर लाने) करने का निर्देश दिया है।
हेलोनिक्स टेक्नोलॉजीज ने भारत का पहला 'अप-डाउन ग्लो' एलईडी बल्ब किया पेश, जानें कीमत
नई दिल्ली
इलेक्ट्रिकल कंपनी हेलोनिक्स टेक्नोलॉजीज ने भारत में पहला ‘अप-डाउन ग्लो’ एलईडी बल्ब पेश किया है। कंपनी ने कहा कि उसका यह कदम प्रौद्योगिकी के माध्यम से जीवन को खुशहाल बनाने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
कंपनी ने बयान में बताया कि इस बल्ब के ऊपरी और निचले भाग अलग-अलग रंगों में चमकते हैं। 10 वाट के ‘अप-डाउन ग्लो’ एलईडी बल्ब दो संस्करण में पेश किए गए हैं, और दोनों तीन लाइटिंग मोड्स के साथ हैं। इस बल्ब की कीमत 299 रुपये है।
हेलोनिक्स टेक्नोलॉजीज के प्रबंध निदेशक (एमडी) राकेश जुत्शी ने कहा, “हमने घरेलू प्रकाश व्यवस्था के लिए हमेशा नए और अनूठे समाधानों को प्राथमिकता दी है। ‘अप-डाउन ग्लो’ एलईडी बल्ब इसी प्रयास में एक कदम है। हमारी समर्पित अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) और डिजाइन टीमें लगातार भारतीय बाजार के अनुकूल और आधुनिक उत्पाद बनाने का प्रयास करती हैं।