दिल्लीराज्य

यमुना में डुबकी के बाद बिगड़ी वीरेंद्र सचदेवा की तबीयत, अस्पताल में भर्ती

नई दिल्ली
 दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी नेताओं को चुनौती देते हुए बुधवार को यमुना में डुबकी लगाई। उन्होंने आईटीओ छठ घाट पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी को यमुना में डुबकी लगाने के लिए आमंत्रित किया। सीएम और पूर्व सीएम के बैठने के लिए रेड कारपेट पर दो कुर्सियां भी बीजेपी ने लगाई थीं। यमुना में डुबकी लगाने के बाद सचदेवा की तबियत बिगड़ गई। उन्हें त्वचा में लाल रैशिस, खुजली एवं सांस लेने में हल्की तकलीफ हो रही है।
वीरेंद्र सचदेवा को खुजली और सांस लेने में दिक्कत

दिल्ली बीजेपी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि वीरेंद्र सचदेवा को तेज खुजली और सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उन्हें पहले ऐसी कोई बीमारी नहीं थी। इससे पहले गुरुवार को भी बीजेपी ने बताया था कि सचदेवा को त्वचा में लाल रैशिस, खुजली एवं सांस लेने में हल्की तकलीफ हो रही है। उन्हें दिल्ली के RML Hospital ले जाया गया। वहीं आज वो फिर अस्पताल पहुंचे।

केजरीवाल पर साधा था निशाना

बता दें कि यमुना की सफाई को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सचदेवा पिछले कुछ दिनों से आम आदमी पार्टी नेताओं, पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी पर हमलावार है। बुधवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर केजरीवाल और आप नेताओं को चुनौती दी थी कि वह गुरुवार सुबह 10 बजे आईटीओ स्थित छठ घाट आएं और यमुना में डुबकी लगा कर लोगों को दिखाएं कि उनके दावे कितने सच्चे हैं। सचदेवा ने कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि साल 2025 से पहले छठ के दौरान यमुना पूरी तरह से साफ हो जाएगी। उन्होंने यमुना में डुबकी लगाने का वादा भी लोगों से किया था। उनके उसी वादे को हम याद दिला रहे हैं और उन्हें यमुना में डुबकी लगाने के लिए आमंत्रित किया है।

यमुना में लगाई थी डुबकी

काफी देर तक वहां रुकने के बाद सचदेवा ने यमुना में डुबकी लगा दी। बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने यमुना को साफ करने के नाम पर दिल्ली की जनता को धोखा दिया है। हर वादे की तरह आप प्रमुख केजरीवाल ने 2025 से पहले यमुना की सफाई का वादा किया था। केंद्र सरकार ने भी यमुना की सफाई के लिए आम आदमी पार्टी सरकार को 8 सालों में 8500 करोड़ रुपये दिए। लेकिन, वह पैसे कहां गए, किस मद में खर्च किया, किसी को पता नहीं है। उन्होंने यमुना में डुबकी लगाने के बाद का अनुभव भी साझा किया और कहा कि यमुना इतनी अधिक मैली और प्रदूषित है कि इसमें डुबकी लगाने की बात तो दूर, कोई पानी हाथ में भी ले तो खुजली होने लगती है। कोई यह सोचे कि अगले कुछ दिनों में इसी छठ घाट के पास छठ व्रती यमुना के पानी में अर्घ्य देंगे। उनके साथ यह कितना अन्याय है।

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