मुंबई
फेसबुक, WhatsApp और इंस्टाग्राम जैसे एप्स की कंपनी मेटा ने WhatsApp के साथ कारोबार को जोड़ने के नए फैसलों का ऐलान किया है। यहां अपने सालाना इवेंट कनवरजेशंस में मेटा ने कहा कि WhatsApp के साथ पेमेंट के लिए उसके अपने पेमेंट के अलावा बाकी अन्य यूपीआई, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड भी इस्तेमाल किए जा सकें। साथ ही फ्लो नाम से नया फीचर लाया जा रहा है जिससे WhatsApp के अंदर बिजनेस ज्यादा शामिल हो सके। मेटा के फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग ने यह भी बताया कि बिजनेस वेरिफिकेशन का फीचर भी जल्द आ रहा है।
मेटा चाहती है कि WhatsApp सिर्फ बातचीत का मीडियम न रहे। भारत में उसके 50 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। मुंबई में हुई इस इवेंट को जकरबर्ग ने वर्चुअल तौर पर संबोधित किया और कहा कि भारत ने दिखाया है कि कैसे कैसे लोगों ने और कारोबार को मेसेजिंग के साथ अपनाया है और एक बेहतर तरीका अपनाया। फ्लोज़ (Flows) नाम के फीचर को लॉन्च करते हुए कहा यह बिजनेस में गेमचेंजर होगा क्योंकि इससे चैटबॉक्स के अंदर ही कस्टमाइज एकसपीरियंस बनाए जा सकते हैं। मसलन बैंक लोगों को अकाउंट खोलने के लिए अपॉइंटमेंट की सुविधा दे सकती है, फूड डिलिवरी करने वाला अपना मेन्यू और ऑर्डर दे सकता है, एयरलाइन चेकइन और सीट छांटने की सुविधा ला सकती है, सब कुछ WhatsApp चैट के अंदर। बहुत संभावनाएं हैं। बिजनेस अपने हिसाब से कुछ भी बना सकते हैं और ग्राहकों के लिए भी यह काफी सुविधाजनक होगा।
चैट के अंदर ही पेमेंट करने का भी विस्तार होगा। जकरबर्ग ने कहा कि भारत में लोग अपनी पसंद के यूपीआई या किसी भी तरीके से पेमेंट कर सकेंगे। जकरबर्ग ने तीसरे बड़े फीचर मेटा वेरिफाइड लाने की बात कही जो WhatsApp, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आएगा ताकि लोगों को पता रहे कि जिससे वो बिजनेस कर रहे हैं वह फेक नहीं है। मेटा अधिकारियों के अनुसार यह फीचर जनवरी तक आएगा और इसके क्या चार्ज होंगे इसकी जानकारी भी बाद में आएगी।
मेटा के अधिकारियों ने बताया कि छोटे कारोबारियों के लिए फ्लो और पेमेंट वाले फीचर मुफ्त होंगे लेकिन बड़े बिजनेस के लिए कुछ चार्ज होंगे। उनके मुताबिक पिछले कुछ वक्त से मेटा इस पर काम कर रही है और WhatsApp फॉर बिजनेस जैसे फीचर थोड़ा पहले लाए जा चुके थे। फ्लोज़ को अपनी जरूरत के हिसाब से आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है, इससे फेसबुक पर एड भी दिया जा सकता है। WhatsApp पे के अलावा बाकी लोगों को जोड़ने से भी लोग जुड़ेंगे, रेजरपे और पेयू के साथ करार किया गया है। वेरिफिकेशन की मदद से ठगी के मामले रोके जा सकेंगे। ये सभी फीचर भारतीय भाषाओं में भी मिलेंगे।